सावन में शिवजी पर बेलपत्र चढाने में कभी न करे ये गलती 

सावन में भोलेनाथ पर जलाभिषेक के साथ बेलपत्र चढ़ाते हैं, कि तीन जन्मों का पाप नष्ट होता है।  

बेलपत्र कटा नहीं होना चाहिए, छेद नहीं रहना चाहिए, पत्ता मुड़ा हुआ नहीं होना चाहिए। 

सावन के महीने में बेलपत्र में राम नाम लिखकर 11, 21, 51, 108 पत्र चढ़ाने से सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी। 

बेलपत्र शिवजी के ऊपर चढ़ाने से आध्यात्मिक शक्ति की प्राप्ति होती है, लेकिन..

चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी, अमावस्या, संक्रांति और सोमवार के दिन बेलपत्र तोड़ना वर्जित माना जाता है। 

इसलिए, बेलपत्र को एक दिन पहले ही तोड़कर रखना चाहिए। बेलपत्र कभी बासी या अशुद्ध नहीं होता।